Anhad Naad Meditation Technique को लेकर बहुत सी भ्रांतियां हैं। आज मैं इसकी सही विधि आपको बताऊंगा। Anhad Naad जिसे ध्यान के सतत अभ्यास के द्वारा सुना जा सकता है । मुझसे इससे (5 Best Anhad Naad Meditation Technique in Hindi) संबन्धित कुछ प्रशन पूछे गए है जिनका मैं उतर देने का प्रयास करूंगा ।
आओ इसके विषय में जाने:-
Table of Contents
पहली विधि:-
1 सुखासन में बैठ जाएं। अब अपना पूरा ध्यान अपनी श्वास पर लेकर जाएं। प्रत्येक आने वाली – जाने वाली श्वास को महसूस करें। ऐसा 5 मिनट तक करें। शरीर के अंदर आने वाली प्रत्येक श्वास ठंडी होती है और शरीर से बाहर जाने वाली प्रत्येक श्वास गर्म होती है जब आपको ऐसा महसूस होने लगे तब इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं।
धीरे-धीरे अपनी बैठने की क्षमता को बढ़ाएं। अपनी बैठने की क्षमता को 5 मिनट से 30 मिनट तक लेकर जाएं। इस विधि को आप लगातार तीन महीने तक करें। 3 महीने इस प्रक्रिया को करने के बाद आपको अपनी श्वास पर नियंत्रण हो जाएगा। आप बिना किसी बाहरी स्पर्श के अपने श्वास को बदल पाएंगे। आप मात्र अपनी इच्छा से दाएं नथुने से श्वास ले पाएंगे और इसी प्रकार बाएं नथुने से भी मात्र अपनी इच्छा से श्वास ले पाएंगे। ऐसी स्थिति आने पर आपको एक बिल्कुल शांत कमरे या जगह का प्रयोग करना है ।
अब आपको अगले 3 महीने तक ऊपरलिखित विधि का अभ्यास इस शांत कमरे या जगह पर करना होगा। यदि इस विधि को करते समय आपको आनंद आने लगे या अच्छा महसूस होने लगे। तब आपको अगले Step पर जाना है। अन्यथा आपको इस विधि को लगातार अगले 3 महीने तक और करना होगा। जब आप इस विधि का लगातार 6 महीने तक प्रयोग करेंगे तो आपको अपने अंदर से आनंद आने लगेगा। आपको अंदर से अच्छा महसूस होने लगेगा।
यही समय है Anhad Naad सुनने का। अब आप श्वास पर ध्यान करते समय अपने अंदर की आवाजों को सुनने का प्रयास करें। पहले आपको इन आवाजों को सुनने के लिए और गहरे ध्यान में जाना होगा । जब आप ध्यान की और गहराई में जाएंगे तो आपको झिंगुर जैसी आवाज सुनाई देगी। यह आवाज ऐसी होती है जैसे रात में सुनसान जंगल के सन्नाटे की आवाज होती है ।
इस विधि का लगातार अभ्यास करने से हमें बहुत ही आनंद आने लगता है। ऐसा लगता है मैंने सबकुछ पा लिया है। मुझे कुछ और नहीं चाहिए। मुझे कोई दुख नहीं है। सारी दुनिया इसी पल में है। यही अद्भुत आनंद की अनुभूति है। यही अद्भुत आनंद की स्थिति है। यही अद्भुत आनंद की अवस्था है। ऐसा लगता है जैसे कुछ पाना और शेष नहीं रह गया। मैंने सब कुछ पा लिया है। इस अवस्था से उठने का मन ही नहीं करता । ऐसा लगता है कि बैठे रहे।
2 यदि इस क्रिया को करते समय आपको अंदर से आनंद की अनुभूति नहीं हो रही है तो आप कुछ गलती कर रहे हैं या आप जल्दबाजी कर रहे हैं। हो सकता है अनजाने में आप से कोई गलती हुई हो। यह भी हो सकता है कि आपने ऊपर के निर्देशों को सही से फॉलो न किया हो।
3 इस विधि को Step By Step ही करें नहीं तो आपको पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा।
4 Anhad Naad को सुनने की इस प्रक्रिया में अलग-अलग लोगों को अलग-अलग समय लग सकता है।
5 कम उम्र के लोगों को Anhad Naad जल्दी सुनाई देता है।
6 सरल व सहज लोगों को भी अनहद नाद जल्दी सुनाई देता है।
7 यदि ऊपर लिखित विधि का प्रयोग अपने 6 महीने किया है और इस विधि को करने से आपको आनंद आ रहा है, लेकिन Anhad Naad सुनाई नहीं दे रहा है। तो आप Ear-Buts को कानों में लगाकर अनहद नाद सुने। इससे आपको काफी सहायता मिलेगी । Ear-Buts को कुछ दिनों के अभ्यास के बाद लगाना बंद कर दें। अब बिना Ear-Buts के भी आपको यह आवाज सुनाई देगी। अब अनहद नाद का अभ्यास बिना Ear-Buts करें।
दूसरी विधि:-
योग्य व सक्ष्म गुरु अपने शक्तिपात के माध्यम से Anhad Naad अपने शिष्य को तुरंत सुनवा सकता है। शक्तिपात वह प्रक्रिया है जिसमें सक्ष्म गुरु अपने साधना शक्ति बल को शिष्य के अंदर तुरंत स्थानांतरित कर देता है।
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इसी कारण शिष्य को महीनों अभ्यास नहीं करना पड़ता। लेकिन इस क्रिया को करने के लिए गुरु और शिष्य दोनों को योग्य व सक्ष्म होना बहुत ही जरूरी है। शक्तिपात की यह क्रिया गुरु तब भी करता है जब गुरु देखता है कि उसका शिष्य लगातार अभ्यास करके भी सफलता नहीं पा रहा है।
तीसरी विधि:-
ॐ के सही उच्चारण से भी अनहद नाद ध्वनि को सुना जा सकता है। इस विधि का प्रयोग करने के लिए आपको सुखासन में बैठना चाहिए। एक शांत कमरे में बैठकर ॐ का उच्चारण मध्यम व मधुर आवाज में करें। प्रारंभ में इस विधि का अभ्यास 5 मिनट से 10 मिनट तक करें। धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं। समय को बढ़ाकर 30 मिनट तक लेकर जाएं।
इस विधि का प्रयोग लगातार तीन महीने तक करें। इस विधि का प्रयोग करते समय ध्यान रखें कि ॐ का उच्चारण पहले मध्यम आवाज में करें और धीरे-धीरे अंत में बिल्कुल आवाज बंद कर दें । विधि से प्राप्त गहन शांति और आनंद को महसूस करें। इस विधि में लगने वाले समय को दो भागों में बांटे। जैसे :- यदि आप 10 मिनट के लिए इस विधि का प्रयोग करते हैं तो पहले 5 मिनट में ॐ का उच्चारण करें और बाद के 5 मिनट में गहन शांति और आनंद को महसूस करें।
3 महीने के अभ्यास के बाद इस विधि का दूसरा Step करें । ॐ का उच्चारण मात्र 5 मिनट करें और अगले 25 मिनट इससे प्राप्त गहन शांति और आनंद महसूस करें। इस विधि के तीसरे Step में आपको केवल 1 मिनट के लिए ॐ का उच्चारण करना है और 29 मिनट इससे प्राप्त गहन शांति को महसूस करें और ॐ की इस ध्वनि को अपने अंदर से सुनने का प्रयास करे।
इस विधि का प्रयोग अगले 3 माह के लिए करें। इस विधि के लगातार अभ्यास से आपको धीरे-धीरे ॐ जैसी Anhad Naad की यह ध्वनि आपको अपने अंदर से सुननी प्रारंभ हो जाएगी। प्रारंभ में यह कम सुनाई देती है लेकिन लगातार अभ्यास से अनहद नाद (Anhad Naad)की यह ध्वनि स्पष्ट सुनाई देने लगती है। Anhad Naad की यह ध्वनि बहुत ही आकर्षित करने वाली और अंदर से आनंद देने वाली होती है। Anhad Naad की यह ध्वनि हमारा सारा ध्यान अन्य विषयों से हटाकर एकाग्र कर देती है । हम सब प्रकार के चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं हमें आनंद की अनुभूति होती है।
चौथी विधि:-
इस विधि का प्रयोग करने के लिए आप अपने मोबाइल का प्रयोग कर सकते हैं। मोबाइल पर कोई भी ॐ की ध्वनि चलाएं। ॐ की ध्वनि सूखकर व मन को आनंद प्रदान करने वाली होनी चाहिए। ॐ की ध्वनि की आवाज मध्यम रखें।
ॐ की इस ध्वनि की आवाज इस तरह से सेट करें कि वह धीरे-धीरे कम हो जाएगा और आधे समय के बाद बिल्कुल ही बंद हो जाए। उदाहरण के लिए:- यदि ॐ की इस ध्वनि के द्वारा आप 10 मिनट की Meditation करते हैं तो आपको पहले 5 मिनट आपको ॐ की ध्वनि सुननी होगी और बाद के 5 मिनट में इससे प्राप्त गहन आनंद व शांति को महसूस होगा। इस विधि के अभ्यास को 30 मिनट तक लेकर जाएँ । 30 मिनट की अवस्था प्राप्त होने के बाद आप अगला Step करें।
धीरे-धीरे ॐ की ध्वनि सुनने के समय को कम करें और उसे प्राप्त गहन शांति और आनंद को महसूस करने के समय को बढ़ाएं। अब अगले Step में आप ॐ की ध्वनि मात्र 1 मिनट के लिए सुने और बाद के 29 मिनट के समय में ॐ की ध्वनि को अपने अंदर से सुनने की कोशिश करें। इस विधि के लगातार अभ्यास से आप अनहद नाद की ध्वनि आसानी से सुन सकते हैं।
पांचमी विधि:-
सुखासन में शांत कमरे में लेट जाएं। अब अपना पूरा ध्यान अपनी आने वाली व जाने वाली श्वास पर लेकर जाएं। महसूस करें कि श्वास किस नथुने से आ रही है ।
जब आपको महसूस हो जाए कि श्वास किस नथुने से आ रही है तो तब आपको महसूस करना है कि नथुने से आने वाली स्वास और नथुने से जाने वाली गर्म है या ठंडी ।
ऐसा करने के बाद आप महसूस करोगे कि शरीर के अंदर आने वाली प्रत्येक श्वास ठंडी होती है और शरीर से बाहर जाने वाली प्रत्येक श्वास गर्म होती है।
अब अपना पूरा ध्यान अपने दोनों पैरों की उंगलियों पर लेकर जाएं और फिर अपना ध्यान दोनों पैरों के तलवों पर लेकर जाएं, दोनों ऐडीयों, दोनों टखने, दोनों पिंडलियों, दोनों घुटनों, दोनों जंगाहों, रीड की हड्डी के प्रारंभ स्थान, नाभि, दोनों फेफड़ों, हृदय, दोनों कंधों, दोनों भुजाओं, दोनों कहोनियों, दोनों कलाइयों, दोनों हाथों की हथेलियों, दोनों हाथों की उंगलियों, गर्दन, ठोड़ी, होठों, दोनों कानों, दोनों आंखों, नाक, और फिर आज्ञा चक्र (दोनों eyebrows के बीच के स्थान को आज्ञा चक्र) पर अपना ध्यान लेकर जाएं।
आप शरीर के जिस भी अंग पर अपना ध्यान लेकर जाएं वहां तीन बार मन ही मन बोले शांत-शांत-शांत । और शरीर में होने वाली इस शांति को महसूस बी करें । फिर शरीर के अगले अंग पर अपना ध्यान लेकर जाएं। दोनों पैरों की उंगलियों से लेकर आज्ञा चक्र व आज्ञा चक्र से दोनों पैरों की उंगलियों तक जाना आना एक चक्र माना जाता है।
एक चक्कर पूरा होने के बाद इसी अवस्था में कुछ समय तक बने रहें। इस अवस्था में हमें बहुत हल्का महसूस होता है। इस विधि का प्रयोग 3 महीने तक करें।
3 महीने के लगातार अभ्यास के बाद आपको इस विधि को करने में बहुत ही आनंद आने लगे लगता है और आप बहुत हल्का और अच्छा महसूस करगें। इसके बाद अगला Step करें।
जब आप एक चक्कर पूरा कर लेते हैं तो आपको अपने अंदर की आवाज सुनने की कोशिश करनी चाहिए। और गहरे ध्यान में जाने के बाद आपको अपने अंदर से एक झिंगुर जैसी आवाज आएगी। पहले यह आवाज स्पष्ट नहीं सुनती।
लगातार अभ्यास के द्वारा यह आवाज हमें स्पष्ट रूप से सुनाई देने लगती है। यह आवाज रात में जंगल के सन्नाटे जैसी होती है। किसी किसी को यह आवाज ब्रह्मांड में ॐ के गुजरण जैसी भी सुनाई देती है। यही अनहद नाद की ध्वनि है।
Anhad Naad ध्वनि की खास बात यह है कि यह बहुत ही आकर्षक, गहन शांति देने वाली, सुख व आनंद देने वाली होती है। अनहद नाद ध्यान की इस अवस्था में जाने के बाद हमें लगता है कि हमें सब मिल गया है। सभी समस्याओं का समाधान हो गया है। यही परमसुख है।
यदि इस विधि को सही से फॉलो करते हैं तो आप अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे। कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ लोग इस विधि को करने में जल्दबाजी करते हैं या विधि को पूरा फॉलो नहीं करते हैं तो ऐसे लोगों को आवाज तो सुन जाती है, लेकिन इससे उनको अनहद नाद की अनुभूति नहीं होती। वह परम सुख को प्राप्त नहीं कर पाते। ऐसे लोग अपने मार्ग से भटक जाते हैं और दूसरों को भी भटका देते हैं।
ध्यान रखने वाली बात यह है कि यदि सही मार्ग पर चलोगे तो मंजिल अवश्य मिलेगी अन्यथा भटकाव होना पक्का है। दूसरा Anhad Naad ध्वनि को ध्यान की गहरी अवस्था में ही सुनना चाहिए। अन्यथा इसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता।
तीसरा इस विधि में जल्दबाजी न करें। इस विधि से अनहद नाद सुनने में लगभग 6 महीने से 1 साल तक का समय लग सकता है। यह भिन्न भिन्न प्रकार के लोगों की आंतरिक अवस्था पर निर्भर करता है।
FAQ Related to 5 best Anhad Naad Meditation Technique in Hindi
What is Naad in Spirituality ? ( Spirituality में Naad मतलब क्या होता है?
Spirituality में Naad का मतलब आवाज या Sound जिसे Holy Sound भी कह सकते हैं जो हमारे उपनिषदों में भी इसका उल्लेख किया गया है यह वह sound है जिसने पूरे ब्रह्मांड रचा हुआ है।
How many Types of Nada Are there ?( Naad कितने Type का होता है?
यदि हम Naad की बात करें तो यह म्यूजिक दो Type का होता है पहला Musical Sound और दूसरा Unmusical Sound इसी तरीके से Naad Music दो भागों में विभाजित किया जाता है पहला भाग होता है जिसमें Musical Sound होती है और दूसरा भाग होता है जिसमें अंदर से Unmusical Sound होती है।
What is meant by Nada ? ( Nada का मतलब क्या होता है?)
Naad का मतलब होता है सोने मतलब की बात करें तो इसका मतलब होता है और म्यूजिक के साथ इस शब्द को जोड़ा जाता है तो इसका मतलब बन जाता है ऐसा म्यूजिक ऐसा जो हमेशा नेता को प्राप्त कराने में हमारी मदद करें।
Final words for 5 Best Anhad Naad Meditation Technique in Hindi:-
इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम लोगों ने आपको 5 बेस्ट अनहद नाद Technique के बारे में बताया ।
इस Article में आज हमने आप लोगों को ऐसी विधियों के बारे में बताया इसकी मदद से आप Anhad Naad Meditation कर सकते हैं। आज हमने आपको Anhad Naad Meditation के बारे में कुछ ऐसे सवालों के जवाब दे दिए जिसे जानकर आप Anhad Naad Meditation को और भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं हम आशा करते हैं आप लोगों को यह Article पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद!
Anhad Naad ध्यान की एक सतत प्रक्रिया है यदि आप इसको Step By Step करेंगे तो सफल अवश्य होंगे । इससे आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आयेगा ।