Essay on Parishram Ka Mahatva in Hindi | परिश्रम का महत्व पर निबंध लेख

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परिश्रम सफलता की वह कुंजी है जिसके द्वारा मनुष्य किसी भी कार्य को पूरा कर सकता है। हर मनुष्य परिश्रम से ही सफलता हासिल करता है। परिश्रम का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। परिश्रम करने से हम कहाँ से कहाँ पहुँच जाते है। परिश्रम का अर्थ है मेहनत। परिश्रम ही हमारा भाग्य बनाता है।

सफलता एक ऐसा वाहन है। जो कठिन परिश्रम नाम के चक्र और आत्मविश्वास नामक इंधन पर चालता है। जो व्यक्ति परिश्रम करता है वह सफल होता है। उसका परिश्रम कभी व्यर्थ नहीं जाता। यदि हम मनुष्य की उन्नति को 150-200 साल पहले और आज की स्थिती पर विचार करे तो हमे जमीन आसमान का अंतर नजर आता है। मिलो लम्बे पुल गगन चूमती इमारते उच्चे-2 पहाड़ो का सीना चीर कर निकली रेल की पटडियाँ आदि सब कुछ महनत से ही संभव है।

Essay on Parishram Ka Mahatva in Hindi

परिश्रम करने वालो की कभी हार नही होती। परिश्रम के बिना कोई भी कार्य संभव नही है। खाना खाने के लिए भी के लिए भी प्रयत्न करना पड़ता है। खाना स्वयं पेट मे नही जाता है। परिश्रम से ही हमारे कार्य सिद्ध होते है। ना कि मन कि इच्छाओं से जैसे सोते हुए शेर के मुहँ में हिरन प्रवेश नहीं करता।

किस्मत से सफलता किसी को नहीं मिलती यदि मिल जाती है। तो लम्बे समय तक नही चलती। परिश्रम से हासिल की गई जिंदगी को खुशहाल बना देती।

Essay on Parishram Ka Mahatva in Hindi
Essay on Parishram Ka Mahatva in Hindi

इस संसार मे कोई भी प्राणी काम किये बिना नही रह सकता। प्रकृती का नियम परिश्रम के सिद्धांत पर काम करता हैं। चींटी का जिवन भी परिश्रम से पूर्ण होता है। कोई भी मनुष्य परिश्रम से ही अपनी हर समस्या का समाधान निकाल सकता है। जैसे सूर्य, चंद्रमा रोज निकलते है।

और विश्व को उज्जवल करते है। वो भी प्रतिदिन निकलने का परिश्रम करते है। यदि मनुष्य के जीवन मे परिश्रम रुक जाये तो उसके जीवन की गाड़ी भी थम जाती है। पशु-पक्षी, जल जीव, भी अपने खाने के लिए परिश्रम करते हैं। जिस प्रकार चीटि अपना खाना लेकर ऊपर चढती हैं।

फिर बार-2 गिर कर परिश्रम से अपने लक्ष्य को प्राप्त करती हैं। परिश्रम करने से हमारे ऊपर ही नी नही अपितु देश, हमारे नगर, हमारे परिवार, पर भी प्रभाव पड़ता है। जिस प्रकार विद्यार्थी परिक्षा पास करके उतीर्ण होता है। उसी तरह उसके परिश्रम के द्वारा उसको लक्ष्य प्राप्त होता है। जो व्यक्ति परिश्रम करता हैं। वह कभी हारता नही है। बड़े-बुजुर्गो न कहा की परिश्रम करने वालो को कभी घर नही होती। जो व्यक्ति परिश्रमी होते है।

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वो मुश्किलो और संकटो के आने से भयभीत नही होते है। वे उनका सामना डट कर करते है। परिश्रम करने से आज मनुष्य ने तकनिकि इस्तेमाल मे करने वाली चीजों का अविष्कार किया है। परिश्रम  करने से ही आज मनुष्य अपनी ऊचाईयो पर पहुँच गया है। परिश्रम के बिना हम कुछ भी नही हैं। परिश्रम करके हम रोजमरा की जिंदगी मे अपनी आवश्यकता को पूरी कर सकते है। परिश्रम ही छोटे-2 व्यक्ति को भी सफल बना देती हैं।

परिश्रम करने से ही देश भर मे उन्नीत हो गई है। परिश्रम के द्वारा आज मनुष्य ने बड़ी -2 इमारते और इस्तेमाल में होने वाली जैसे गाडियों, ट्रेन, जहाज इत्यादि जैसे वाहनो का अविष्कार किया है। आज के दौर मे मनुष्य परिश्रम करने से ऊँचाइयों को छू रहा है। परिश्रम करने से आज देश भर मे काफी उन्नति हो गई हैं ।

आज के युग में मनुष्य ने परिश्रम करके देश को डिजिटल बना दिया है। और परिश्रम से मनुष्य ने आदि मानव से मानव तक सफर परिश्रम ही के द्वार किया है। परिश्रम करने से ही मनुष्य ने अपनी जिंदगी को आसान बना दिया हैं। किसान ने भी अपने परिश्रम के द्वारा ही देश को उन्नत किया है।

किसान भी अपने खेती में काफि परिश्रम करते है। जिसके द्वारा हमे अनाज चावल फल व सब्जियाँ हम तक पहुँचती है। जिन्हें हम खाने के रूप मे इस्तेमाल करते है। क्योंकि खाना भी हमारे जीवन के महत्वपूर्ण होता है।

किसानो की मेहनत के द्वारा ही पूरे देश मे खाने मे इस्तेमाल होने वाली चीजों को पहुँचाता है। परिश्रम करने से ही हमे अपने लक्ष्यों में आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिलता हैं। परिश्रम का हमारे लिए उतना ही महत्व होता जितना जीवित रहने के लिए भोजन।

सरल शब्दों मे कहा जाए तो परिश्रम का अर्थ होता है कि स्मार्ट वर्क करना ना कि ज्यादा मेहनत करना । हमारे द्वारा किया जाने वाला प्रत्येक स्मार्ट वर्क, पूरी प्लैनिंग व सही दिशा में किया गया काम ही परिश्रम कहलाता है। जिससे हम रोज अपने जीवन मे करते हैं। परिश्रम के बिना कोई व्यक्ति ना तो महान बना है ना ही महान बन सकता।

परिश्रम से ही वह अपने लक्ष्यो को ऊँचा कर सकता है। मेहनत से ही बादल पानी की वर्षा करता है। परिश्रम के द्वारा ही हम अपने आस–पास के वातावरण को स्वच्छ बना सक्ते हैं। परिश्रम कर के हम अपने घरो के आस-पास पेड़ पौधों को लगाकर वातावरण को शुद्ध कर सकते है।

जिससे हमे जीने के लिए शुद्ध हवा मिल सके। हमे परिश्रम करने के द्वारा ही आस-पास सफाई रखनी चाहिए। जिससे हम बीमार ना पडे। हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहे। आज के युग परिश्रम व्यक्ति का स्त्रोत हैं। आपतालों मे भी हमारे लिए डॉक्टर, नर्स काफी परिश्रम करते है। जिससे वो बीमारों का अच्छा इलाज कर सके।

Final Words For Parishram Ka Mahatva

मनुष्य के जीवन मे परिश्रम का बहुत महत्व होता है। हर जीव, जन्तु, प्राणी के जीवन में भी परिश्रम का बडा महत्व होता हैं। सूर्य, चंद्रमा भी परिश्रम के द्वारा विश्व पर उपकार करते हैं। मनुष्य परिश्रम कर के अपनी बडी से बडी समस्याओ से छुटकारा पा सकता हैं। अगर हम परिश्रम ना करे तो हमारा खाना–पीना, उठना–बैठना, खेलना–कूदना संभव नही हो सकता हैं।

हम आशा करतें हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल ‘Parishram Ka Mahatva’ पसंद आया होगा । यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद ।

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