Tenali Raman nyay Hindi Kahani : तो आज के इस कहानी संग्रह में हम आप लोगों को एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहे हैं जिससे आपको जीवन में काफी को सीखने को मिलेगा आज के कहानी के माध्यम से हम लोग बात करेंगे तेनाली रमन की एक ऐसी कहानी की जिससे उन्होंने हमें ऐसा ज्ञान दिया जिसको यदि हम अपने जीवन उतारते हैं तो हमारे जीवन में काफी ज्यादा सुख समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है तो हम बात करेंगे तेनाली रमन की ही एक कहानी की तो चलिए बिना किसी देरी के कहानी की शुरुआत करते हैं।
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
तो यह कहानी विजय नगर की है जहां के राजा कृष्णदेव थे राजा कृष्णदेव के सबसे चहेते मंत्रियों में से एक थे तेनाली रामा तेनाली रामा बहुत ज्यादा बुद्धिमान व्यक्ति थे और उनकी बुद्धिमानी के चर्चे पूरे राज्य में बहुत ज्यादा पहले हुए थे राजा भी अपनी हर राय तेनालीरामा से पूछ कर ही लेते थे एक बार की बात है Tenali Raman और राजा और बाकी सारे मंत्री राज दरबार में बैठे किसी चीज पर विचार विमर्श कर रहे थे तभी एक आदमी रोता हुआ आया
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
और कहा उसने कि महाराज मेरे साथ में धोखा हुआ है मेरे साथ में न्याय की जय महाराज इस बात को सुनकर थोड़े से अचंभित हैं क्योंकि राजा कृष्णदेव कराजए ऐसा था जहां पर बहुत ना के बराबर गलत काम होते थे और राजा कृष्णदेव अपनी प्रजा को अपने बच्चों की तरह रखते थे राजा ने उस आदमी से सारा हाल पूछा उस आदमी ने बताया कि मैं एक सेठ के यहां नौकरी करता हूं और एक दिन हम दोनों मंदिर गए थे मंदिर पर मेरी नजर एक लाल मखमली कपड़े पड़े लाल कपड़े की एक पोटली बनी हुई थी
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
और मंदिर के पीछे पड़ी हुई थी जब मैं और मेरे सेठ मंदिर में दर्शन कर रहे थे तब आते समय हमें पोटली मिली और उस पोटली में दो ही रहे थे मैंने अपनी सीट से कहा कि यह हीरे पर हमारा हक नहीं है यह राज्य की संपत्ति है क्यों ना हमें इसे राजा को ही दे देनी चाहिए सेठ ने मुझसे आंखें दिखाते हुए कहा कि नहीं इस पर हमारा हक है यह हमें मिली है तो इसे हम आपस में बांट लेंगे यदि राजा के पास चली गई तो हमें कुछ भी नहीं मिलेगा मुझे भी इस बात से लालच आ गया और मैं भी लालच में आकर हां में हां भरता गया
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
और जैसे ही हम घर पहुंचे सेठ के तो उसने मुझे आंख दिखाकर दुत्कार कर खरी-खोटी सुनाकर अपने घर से भगा दिया और मुझे एक हीरा भी नहीं दिया और मेरा हिस्सा जिसकी मुझे उम्मीद थी वह मुझे नहीं मिला मैंने सोचा था कि मैं अब नौकरी नहीं करूंगा अपना ही काम शुरू करूंगा फिर घर भेजकर सेठ ने मेरे साथ में धोखा किया उस आदमी की बात सुनकर को बुलाया और सेठ से सारी बात पूछी सेठ ने इस बात से पूरी तरह से इंकार कर दिया और सेठ ने कहा कि यह आदमी झूठ बोल रहा है
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
मैंने इसे दोनों ही रे दिए थे राज्य संपत्ति में जमा करवाने के लिए पर जब मैंने इससे रसीद मांगी तो यह आपके पास आकर झूठ बोलने लगा राजा ने कहा कि क्या तुम्हें देते हुए हीरे किसी ने देखा था तो सेठ ने कहा कि तीन नौकर और नौकरों को बुलाया गया जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने भी झूठ बोल दिया कि हां हमने देखा था सेठ को उस आदमी को हीरे देते हुए अब राजा को समझ नहीं आ रहा था कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ बोल रहा है
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
तो राजा ने यह कहा कि तेनाली रमन को बुलाया जाए तेनाली रमन ने सारा हाल सुना और तेल आधा आपसे मैं अभी कुछ मिनटों में चोर का पता लगाता हूं उन तीनों को बुलाया और उनसे सारी व्यथा पूछी तो तीनों की बात अलग अलग निकली और राजा समझ गए कि झूठ बोल रहा है और मैं नौकर भी समझ गए कि उनकी चोरी पकड़ी गई उन्होंने राजा से क्षमा मांगी और गिराते हुए बोला कि हमारे सेठ ने हमें धमकाया था और हमें डर आया था
Tenali Raman nyay Hindi Kahani
इसी की वजह से हमने झूठ बोला राजा को समझ में आ गया था राजा ने उस सीट को जेल में डाल दिया और 30,000 सोने की मोहरे का भी सजा सुनाई जिसमें से 10,000 सोने की मोहर है उस आदमी को दे दी गई
YOU CAN ALSO READ
50 amazing Life-Changing Stories: Apni Bhasha Par Garv Swami Vivekananda Hindi Kahani
50 amazing Life Changing Stories :Tenali Raman nyay Hindi Kahani
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है कि हमें कभी भी अपने लालच में आकर किसी भी व्यक्ति की बातों में नहीं आना चाहिए और यदि जो भी चीज हमारी नहीं है उस पर हमें लालच करके उसे अपने पास नहीं रखना चाहिए जिस भी व्यक्ति की वह है उसे लौटा देना चाहिए क्योंकि लालच बुरी बला है वह हमें कहीं का नहीं छोड़ता यदि हम अच्छा काम करते हैं तो हमें अच्छे फल मिलते हैं यदि हम लालच में आकर बुरे काम करते हैं तो हमें फल मिलते हैं।