5 Amazing Facts about Kapil Dev : कपिल देव क्रिकेट की दुनिया में कैसा नाम है जिनको उच्च एवं सम्मानीय दर्जा प्राप्त है और उन्होंने एक ऐसा कीर्तिमान हासिल किया था जो कि बहुत लोगों का सपना था और करोड़ों भारतीयों का सपना था कपिल देव ने 1983 में भारत को वर्ल्ड कप दिलाते हुए बहुत ही अहम भूमिका निभाते हुए उसको नेतृत्व करते हुए हासिल किया था और उन्हें आज भी बहुत उच्च दर्जे के गेंदबाज और बल्लेबाजों में से एक माना जाता है और उनके जैसा कप्तान शायद ही आज तक भारत को अभी मिला हो।
पंजाब में जन्मे कपिल एक महान खिलाड़ी तो थे ही और उन्होंने शुरुआती दौर में ही है ठान लिया था कि उन्हें क्रिकेट में ही अपना करियर बनाना है कपिल देव ने सेंड एडवांस कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की और शुरू से ही उन्होंने खेल में रुचि दिखाते हुए इनको देश प्रेम आजाद के पास क्रिकेट सीखने के लिए भेज दिया गया।
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Kapil Dev Career ( Kapil Dev का सफर)
1) सन 1975 में कपिल देव का कार्य शुरू हुआ था और उन्होंने हरियाणा के लिए पंजाब के विरुद्ध पहला मैच खेला था इसमें उन्होंने छह विकेट लिए थे और पंजाब को मात्र 63 रन पर ढेर कर कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था।
2) सन 1976 में जम्मू कश्मीर के विरुद्ध खेले गए एक मैच में उन्होंने 8 विकेट लिए और 36 नए और उसी वर्ष उन्होंने बंगाल के विरूद्ध 7 विकेट लिए और 20 रन बनाए और उन्होंने अपने आप को साबित कर दिया था।
3) 1978 में उन्होंने अपना टाइप पहला टेस्ट मैच खेला और वह उसमें अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
4) 17 अक्टूबर 1979 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 2 पारियों में 124 और 126 रन बनाकर दुनिया को साबित कर दिया था कि कपिल देव किसी से कम नहीं 1982 और 83 में उन्हें कप्तानी मिली और श्रीलंका में वह मैच खेलने गए।
Kapil Dev Lifestyle (Kapil Dev का निजी जीवन)
कपिल देव एक साधारण व्यक्ति के तौर पर अपने जीवन को जीते थे उन्हें दिखावा बिल्कुल पसंद नहीं था कपिल देव ने भारत को कोचिंग भी दी है और उनकी एक सबसे अच्छी खास बात यह है कि वह हमेशा अपना आपा कभी नहीं खोलते थे और उन्होंने नौ 1990 में रोमी भाटिया से विवाह किया था और उनकी एक बेटी भी है।
उनका खेल प्रदर्शन इतना सराहनीय है कि आज भी हम उनकी तारीफ करते हुए थकते नहीं है कपिल देव एक ऐसा नाम है जिसके बारे में आज के वक्त में बच्चा बच्चा भी जानता है और हम सभी जानते हैं कि उनके ऊपर 83 नाम से फिल्म भी बन चुकी है और इस फिल्म में साफ-साफ दिखाया गया है कि वह किस तरह से नीचे से उठकर उन्होंने भारत देश को वर्ल्ड कप जताया और अपने सिर्फ टैलेंट के दम पर उन्होंने भारत को वर्ल्ड कप जताया और वह एक सच्चे लीडर के सही एग्जांपल है यदि आपको कभी लीडर का एग्जांपल देना हो तो आप बेहिचक कपिल देव का नाम ले सकते हैं।
Kapil Dev Cricket Records ( Kapil Dev Cricket आंकड़े)
कपिल देव के नाम बहुत सारे रिकॉर्ड से हैं और यदि हम उनके रिकॉर्ड की बात करें तो सबसे पहला तो 1983 में उन्होंने वर्ल्ड कप जिताने में बहुत अहम भूमिका निभाई थी उसी के साथ साथ 1979 और 1980 के सत्र में उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और अर्जुन पुरस्कार उन्हें दिया गया उसी के पश्चात 1982 के दौरान कपिल देव की प्रतिमा पर चार चांद उस समय लग गए जब उन्हें पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया 1994 में उन्होंने रिचर्ड हेडली का टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 400 विकेट लेते हुए उन्होंने नया कीर्तिमान हासिल किया।
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Final Words
हम आशा करते हैं कि आप लोगों को यह आर्टिकल पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद!