आज हम बात करेंगे ‘Seven Chakras Healing With Reiki in Hindi’ के विषय में । मैंने अपने इस आर्टिक्ल में आप सभी को Practical ज्ञान देने की कोशिश की है ।
Table of Contents
Seven Chakras Healing With Reiki in Hindi
सात चक्रो की हीलिंग
यदि आप के पास समय का अभाव है तो आप 12 अंगों के स्थान पर सात चक्रो की हीलिंग कर सकते हैं। जो शरीर के केन्द्र बिन्दू होते हैं। इन मुख्य केन्द्रों को चक्र कहते हैं। इनको कुण्डलीनि श क्ति भी कहते हैं। इन की संख्या सात होती है। ये सम्पूर्ण शरीर की शक्ति को प्रभावित करते हैं। यूँ तो शरीर के इन सातों चक्रों की श क्ति से ही शरीर चलता है।
इन सातो चक्रों का सन्तुलित होना आवष्यक है। इन चक्रों के असन्तुलन होने के कारण बिमारियां शरीर में आती है। यदि किसी चक्र की उर्जा असन्तुलित हो जाती है तो सम्बन्धित अंग में बिमारी हो जाती हैं। इनका विवरण नीचे दिया गया है। किसी चक्र की हीलिंग करके उसकी शक्ति को बढ़ाया या सन्तुलित किया जा सकता है।
Seven chakras Name, Color and Position:-
चक्रों के नाम, रंग व स्थिति इस प्रकार है:-
संख्या चक्र का रंग चक्र का नाम चक्र की स्थिति
1. बैंगनी सहस्रार चक्र सिर में
2. नीला आज्ञा चक्र दोनों भेाहों के बीच जहां तिलक करते है
3. आसमानी विशुद्ध चक्र कण्ठ में
4 हरा अनाहद चक्र हृदय में
5. पीला मणिपुर चक्र नाभि में
6. सन्तरिया स्वाधिश्टान चक्र नाभि से चार अगुली नीचे
7. लाल मूलाधार चक्र रीड की हडडी के उदगम स्थान पर
इन चक्रों के सन्तुलन व असन्तुलन का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है।
Seven chakras Purification:-
सात चक्रों का शुद्धिकरण
चक्रों की हीलिंग व चार्जिंग से पहले उन्हे शुद्ध करना जरूरी होता है। ताकि जो हीलिंग दी जाती है, वह शरीर के सातों चक्रों की उर्जा को सन्तुलित कर हमें लाभ प्रदान कर सके ।
विधि
चक्रों को शुद्ध करने के लिए आप आरामदायक कुर्सी पर बैठ सकते हैं, खडे होकर कर सकते हैं, सुखासन में या पदमासन में बैठकर भी कर सकते हैं। अपने पैरों में जुराबें पहने, पैरों के नीचे कोई मोटा कपड़ा, चादर, कालीन या चटाई का प्रयोग करें। दोनों हाथों की अंजुलि मुद्रा बनाएं, मन ही मन रेकी श क्ति का चक्रों को शुद्ध के लिए आवहान् करें। 3 बार बोले ’मै अपने ;या अपने साथी का नामद्ध चक्रों को शुद्ध करने के लिए रेकी श क्ति का आवहान् करती हूँ/करता हूँ।
हे रेकी श क्ति मेरे चक्रों को षुद्व करने के लिए मेरे अन्दर प्रवाहित हो-3 बार बोलें। फिर बायां हाथ सीधा करके कमर के साथ रखे, दूसरा सीधा हाथ सिर पर उल्टा करके रखें और बोलें, हे रेकी श क्ति मेरे चक्रों को शुद्ध करने के लिए मेरे हाथों से प्रवाहित हो या बोले मेरे हाथो से बहो – 3 बार। फिर अपनी दाएं हथेली का अपने सहस्रार चक्र पर 7 बार ऐन्टीकलाकवाइस घुमाएं और कहें हे रेकी शक्ति मेरे सहस्रार चक्र को शुद्ध करो – 3 बार।
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और महसूस करें कि आपके चक्र शुद्ध हो रहे हैं और सारी अशुद्धियाँ काले धुएँ के रूप में बाहर निकल रही है। सात बार, 11, 21, 31, 51 बार एन्टी क्लोकवाईज घुमाएँ । कम से कम 7 बार घुमाना आवश्यक है। आप कुछ समय चक्र पर हाथ रख कर भी चक्रो को शुद्ध कर सकते हैं। इसी प्रकार आप प्रत्येक चक्र को शुद्ध कर सकते हैं।
सात चक्रों की चार्जिंग व हिलिंग
जिस प्रकार हमने चक्रों को सहस्रार चक्र से शुद्ध करके मूलाधार चक्र पर खत्म किया है उसी प्रकार नीच से अर्थात मूलाधार चक्र से सहस्रार चक्र तक चक्रों को चार्ज करें। इस बार हम चक्रों को चार्ज उर्जागिंत करने के लिए हाथों को क्लोकवाईज घुमाते हैं।
फिर चक्रो को चार्ज करने के लिए आवहान् करें-मैं अपने चक्रों को उर्जागित करने के लिए रेकी उर्जा का आवाहन् करती हूँ/करता हूँ-3 बार बोलें, हे रेकी शक्ति मेरे चक्रों को चार्ज करने के लिए मेरे अन्दर प्रवाहित हो-3 बार बोलें। अपने सभी चक्रों का नाम लेकर सभी को चार्ज व हील करना चाहिए। इस विधि द्वारा आप अपने चक्रों को चार्ज व हीलिंग करके अनेको बिमारियों से निजाद पा सकते है। व चक्रों को सन्तुलित कर सकते हैं।
Final words for Seven Chakras Healing With Reiki:-
हम आशा करते है कि आपको हमारा यह आर्टिक्ल ‘Seven Chakras Healing With Reiki in Hindi’ पसंद आया होगा ।