आओ जाने ‘Berojgari Par Nibandh in Hindi’ कैसे लिखें , Short Essay on Unemployment in Hindi के विषय में, हिन्दी में बेरोजगारी पर प्रस्ताव और Short Paragraph on Unemployment in Hindi कैसे लिखें।
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Unemployment Essay in Hindi in 500 words
बेरोजगारी हमारे देश में बढती हुई गंभीर समस्या हैं। जो की काल का रूप ले चुकी हैं। बढती हुई बेरोजगारी के कारण देश के विकास में बाधा आ रही हैं। बेरोजगारी पूरे समाज को प्रभावित करती हैं। रोजगार के अभाव को बेरोजगारी कहते हैं। बेरोजगारी का मतलब हैं जिनको काम नही मिलता हैं। जनसंख्या की वृद्धि और शिक्षा की कमी भी बेरोजगारी का कारण हैं।
जैसे – जैसे जनसंख्या बढती हैं वैसे ही बेरोजगारी भी बढती हैं। परिवार में ज्यादा बच्चो के चलते माता पिता बच्चो को शिक्षा देने में असमर्थ हो जाते हैं। बेटियो की पढाई छुडवा दी जाती हैं। और बडे बच्चो को मजबूरी में मजदूरी करनी पडती हैं। बाल श्रम करना पडता हैं। जिस हिसाब से जनसंख्या में वृद्धि हो रही हैं।
उस हिसाब से रोजगार में वृद्धि नही हो रही हैं। यही कारण हैं। तेजी से उद्योगीकरण होना भी बढती बेरोजगारी का कारण हैं। पहले भारत में हस्त कला का काम होता था जैसे खाट बनाना, कुर्सी बनाना, टोकरी बनाना इत्यादी जो विश्व प्रसिद्ध था। ये सब रोजगार उद्योगीकरण और मशीनीकरण के कारण लुप्त हो गया। जिसके कारण जनता को बेरोजगारी को भुगतना पडता हैं। जनता अपना पालन पोषण नही कर पाती। और लोग रोगो से ग्रस्त हो जाते हैं।
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अशिक्षा और बेरोजगारी – अशिक्षा और बेरोजगारी का भी गहरा संबंध हैं। भारत की जनसंख्या काफी बडे अनुपात में अशिक्षित हैं। गरीबी के कारण लोग बच्चो को पढा नही पाते हैं। शिक्षा व शारिरीक रूप से लोग कमजोर रह जाते हैं। उससे भी बडी समस्या हैं छात्रो का एक ही विषय को चुनना। जैसे की हम आजकल अधिक पढे लिखे लोगो को भी बेरोजगार देख सकते हैं। उनकी अपनी कोई सोच नही होती। दूसरो को देखकर वह अपनी सोच बना लेते हैं।
यही बेरोजगारी के चलते मजबूरी हैं। यदि किसी को अर्थव्यवस्था में परिवर्तन होता हैं तो उसे सरकार द्वारा दी गई बेरोजगारी कहते हैं। छोटी बेरोजगारी जब कोई व्यक्ति कम समय में काम करता हैं। उसे कम समय के लिए काम मिलता हैं। उसे अल्प बेरोजगारी कहते हैं। इस अवस्था में व्यक्ति कुछ समय बेरोजगार रहता हैं।
बेरोजगारी दो तरह की होती हैं। अधिक समय के लिए और कम समय के लिए। इस बेरोजगारी से व्यक्ति को अपनी क्षमता से कम काम मिलता हैं। जिसके फलस्वरूप उसकी आय कम होती हैं। इस बेरोजगारी की अवस्था में अधिक समय बेरोजगार रहने वाले व्यक्ति को लम्बे समय तक काम नही मिलता। अशिक्षा होने के कारण लोग अपराधीवृति के हो जाते हैं।
अशिक्षित और अंधविश्वासी होने के कारण लोग अनेको बाबाओ के पास चले जाते हैं। आतंकवादी बन जाते हैं। नशे के रास्ते पर चले जाते हैं। और अपनी शारिरीक तथा मानसिक स्थिती को खो बैठते हैं। इसको रोकने के लिए नए नए रोजगार चलाने चाहिए। बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए।
बेरोजगारी की समस्या और समाधान पर निबंध
बेरोजगारी कैसे कम की जाए → सरकार को छोटे छोटे व्यापार को बढावा देना होगा। हमे जनसंख्या पर नियंत्रण करना होगा। सही दिशा में कुछ करने से बेरोजगारी को कम किया जा सकता हैं। इसके लिए सरकार को कई नियम बनाने होंगे छोटे कामो को बढावा देकर लोगो को नौकरियाँ देनी चाहिए जिससे बेरोजगारी कम हो सके। रोजगार के साथ साथ सरकार को अपनी योजनाएँ चला कर उनको सरकारी सहायता देनी चाहिए।
सरकारो को किसानो के लिए भी योजनाएँ चलानी चाहिए। तथा उनकी कृषि क्षेत्र सुधार करना चाहिए। किसानो को खेती के लिए अच्छे बीज बेहतर सिंचाई सुविधा, बेहतर कृषि उपकरण, और फसल चक्रण के ज्ञान के बारे में बताना चाहिए। हमे अपनी पुरानी शिक्षा को बदलना पडेगा। हमे व्यवसायिक तथा तकनीकि शिक्षा पर जोर लगाना होगा।
भारत सरकार ने बेरोजगारी को कम करने के लिए काफि कदम उठाए हैं। महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना तथा राजीव गाँधी स्वावलंबन रोजगार योजना जैसी कई योजनाएँ भारत सरकार ने बेरोजगारी समस्या को कम करने के लिए चलाया हैं।
बेरोजगारी पर निबंध कैसे लिखें 500 शब्दों में
बेरोजगारी एक अभिषाप हैं – बेरोजगारी हमारे देश के लिए एक अभिषाप बन गई हैं। ये देश के जवानो की मानसिक शांति को छीन रही हैं। ये देश की पीढी को तनाव ग्रस्त जीवन जीने के लिए मजबूर कर देती हैं। बेरोजगारी के कारण देश के लोग काफी भुखमरी, और निर्धनता के शिकार हो रहे हैं। युवाओ के अंदर बढता क्रोध कई समस्याओ को जैसे चोरी, डकैती, हिंसा, अपराध और आत्महत्या अपराध को जन्म दे रहा हैं। बेरोजगारी ही निराशा का कारण बन रही हैं।
बेरोजगारी के कारण मानसिक स्थिति से बचने के लिए लोग नशा करने लगे हैं। जैसे शराब पीना, ड्रग़्स लेना, सिगरेट पीना आदि नशो का शिकार हो रहे हैं। बेरोजगारी के कारण लोग आत्महत्या भी कर लेते हैं। बेरोजगारी के कारण लोग अपनी आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं। बढती बेरोजगारी के कारण भीक्षवृती फैल रही हैं। जिसके कारण लोग भीख मांगकर अपना पेट भर रहे हैं।
बेरोजगारी का दृष्टिकोण शिक्षा प्रणाली के कारण भी बढता जा रहा हैं। नए रोजगार के अवसर लोगो को नही मिल पा रहे हैं। निरंतर गरीबी और निर्धनता छाई हुई हैं। आर्थिक योजनाओ के कारण मनुष्य के जीवन स्तर पर कोई असर नही हो रहा तथा बेरोजगारो की संख्या घटने के बजाए बढती ही जा रही हैं। और बढती हुई जनसंख्या के कारण सरकार द्वारा चलाई गई सारी आर्थिक योजना बेअसर हो रही हैं।
हमारे देश में ऐसे कई लाखो लोग हैं जिनको रोजगार नही मिलता। उनके पास पैसे नही होते तभी तो उनको जीवन जीने में परेशानियो का सामना करना पडता हैं। इस देश में 2 करोड से ज्यादा अधिक लोग बेरोजगार हैं। देश में बढती महँगाई के कारण भी लोग अपना जीवन बडी मुश्किल से बिताते हैं।
Final Words for Berojgari Par Nibandh in Hindi
इस देश में बढती हुई महँगाई के कारन बेरोजगारी भी बढ रही हैं। लाखो की संख्या में लोग आज बेरोजगार हैं। वो अच्छी शिक्षा, डिग्री प्राप्त कर के भी नौकरियाँ नही मिल पा रही हैं। बढती बेरोजगारी के कारण लोग भुख से मर रहे हैं। उनकी आर्थीक स्थिति बिगड चुकी हैं।
बेरोजगार होने के कारण युवा पीढी के अंदर चोरी, डकैती, बलात्कार, जैसे भयंकर अपराध जन्म ले रहे हैं। ऐसे अपराधो को हमे रोकना चाहिए। लोगो को रोजगार के साथ साथ सरकार को आर्थिक योजनाएँ भी चलानी चाहिए। तभी तो इस बढती हुई बेरोजगारी को कर सकते हैं। देश मे बढते अपराधो को रोकने के लिए सरकार को सख्त कानून बनाने चाहिए। जिससे युवा पीढी अपराध करने से डरे। बेरोजगार व्यक्तियो का आर्थिक तथा शारिरीक विकास नही हो पाता। क्योकि गरीबी उन्हे घेरे रहती हैं।