Sahaj Dhyan Kaise Karen in Hindi: – प्राचीन काल में सहज शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुयी थी, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘प्राकृतिक’ जो बीना किसी कठिन प्रयास के किया जाए. समाधि का अर्थ है गहरी और आनंद से भरी ध्यान की अवस्था. दोनों शब्द को मिलकर बनता है सहज समाधि जिसका सम्पूर्ण अर्थ निकलता है की एक ऐसी ध्यान प्रक्रिया जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है.
सहज समाधि एक ऐसा धयन है जिससे वास्तविक विश्राम की अनुभति महसूस होती है. आजकल हमारी जिन्दगी में सुबह से लेकर शाम तक भागम-भाग लगी रहती है, कि हमें ये अहसास ही नहीं होता कि हम जीने के लिए कमा रहे है या कमाने के लिए जी रहे है.
इस कारण हम योग से दूर होते जा रहे है, और हमारे शरीर में समय-समय पर अलग-अलग बीमारियां बनती रहती है, फलस्वरूप हम दिन व दिन दवाईयों के आदि बनते जा रहे है. लेकिन हम अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में योग को शामिल कर ले तो हम अपनी जिन्दगी आसन और रोगमुक्त बना सकता है.
इसके साथ ही हम योग से जुड़कर अपने सरे बोझों को हल्का कर सकते है, और हमारी जिन्दगी की सभी कठिनाइयां हमे आसन लगने लगती है, हमें लगने लगता है की हम परमात्मा के कितने नजदीक आ चुके है.
आज के इस खास पेशकश में हम बात करेंगे सहज ध्यान के बारें में इसके साथ ही हम जानेगे इस योग को हम कैसे कर सकते है और इस योग से हमारे शरीर और जिन्दगी किस प्रकार प्रभावित हो सकती है. चलिए शुरू करते है.
Our Recent Article:-
Mahila Pradhan Ki Prernadhayak Hindi Kahani
Abhimani Vyakti Ki Hindi Kahani-Moral Story in Hindi
सहज ध्यान समाधि कौन सा योग होता है
प्राचीन काल में हमारे पूर्वजों ने कई-कई साल तक गुफाओं में रहकर योग साधना की थी और अपने जीवन को असाधारण कर लिया था, वही दूसरी और हम है जो मशीन के इस युग में सारी सुख सुविधा से लेस तो है लेकिन हमारे मन की शांति कही न कही हमसे छीन सी गयी है. परन्तु हम योग की राह पर चल कर अपने अस्त-व्यस्त जीवन को आसन बना सकते है.
जहां एक आम इन्सान पैसे कमाने की जद्दोजहत में लगा रहता है वही दूसरी और वह योग की शरण में आ जाए तो वह आपनी जिन्दगी के सर गमों को भूल कर सही राह पर चल सकता है और सादगी के साथ परमात्मा की शरण में जा सकता है.
अब बात कर लेते है की आखिर सहज योग होता क्या है. आपको आसन भाषा में बताये तो सहज का शाब्दिक अर्थ है सरल यानि आसान. इसके साथ ध्यान के अर्थ मन की उस स्थिति से है जहां आप बिना किसी सोच विचार के एकदम शांत स्थिति में होते है. अथार्त बस आप ही अपने साथ होते है, इस समय आप किसी भी प्रकार के विचार से विरक्त हो जाते है.
दुसरे शब्दों में कहा जाए तो यह ध्यान की वह अवस्था है जहां मनुष्य अपने सरे सुख-दुःख भूल कर एक अलग ही दुनिया में चला जाता है, जहां उसे असीम शांति का अहसास होता है
सहज ध्यान क्यों करना चाहिए
वैसे तो अध्यात्म से जुड़ने के लिए कई सारे योग महापुरुषों ने हमें दिए है, लेकिन आप सोच रहे होंगे की हम आपसे सहज ध्यान करने की बात क्यों कर रहे है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ सभी योग में सहज ध्यान एक ऐसा योग है जिसके कई वैज्ञानिक लाभ भी देखे गए है.
इस ध्यान को करने वाले लोगो में देखा गया है की उन्हें किसी भी आम व्यक्ति से कम नींद की आवश्यकता पडती है. आपको बता दें किसी भी स्वथ्य इन्सान के लिए 6 से 8 घंटे की नींद ही काफी होती है. वही अगर किसी व्यक्ति के द्वारा सहज ध्यान किया जाता है तो उसे मात्र 4 से 5 घंटे की नींद में पूरा आराम मिल जाता है.
आप देखंगे की गौतम बुद्ध जी जो की एक महान योगी के रूप में पूजे जाते है वो केवल 4 घंटे की ही नींद लेते थे, यह वह समाधि की अवस्था में रहकर कर लिया करते थे. अगर आप एक घंटे का ध्यान पूरी ईमानदारी से करेंगे तो तो आपके शरीर को 2 से 3 घंटे की नींद में ही आराम मिल जाता है.
आज के इस आधुनिक युग में हर कोई जानता है की अगर उसे कुछ समय के लिए मन की शांति मिल जाए तो उसकी जिन्दगी आसान हो सकती है, इसलिए हम उन सभी से विनम्र निवेदन करते है जो इस लेख को पढ़ रहे है वह खुद भी सहज योग करना शुरू करें और अपने स्वजन को भी इसके लिए प्रेरित करें, अपना भी जीवन धन्य करें और ओरो का भी भला करें.
सहज ध्यान कैसे करें
सहज ध्यान को शुरू करने से पहले आपको किसी प्रशिक्षित शिक्षक के guidance में करना चाहिए तभी आपको आपने प्रयासों का पूरा फायदा मिलने लगेगा. इस ध्यान करने के लिए आपको किसी भी मन्त्र का सहारा चाहिए होगा जहां आपको अपने मन में ही मंत्र का जाप करते जाना है, और ऐसा करने पर आप पायेंगे की आप एक अलग ही दुनिया में पहुँच चुके है. मंत्रो के चमत्कारिक फायदों को सदियों से देखा जा रहा है, इसलिए अगर आप किसी अभिमंत्रित मंत्र के साथ ध्यान लगाते है तो आपको अपने जीवन में इसका भरपूर फायदा मिलने लगेगा. अगर आप इस ध्यान को अपने घर पर कर रहे है तो आपको निम्न बातो का ध्यान देना चाहिए.
- हम आपको बता ही चुके है की यह आपको यह ध्यान सहजता के साथ करना है, तो जब आप इस ध्यान के लिए बैठे तो आप एक दम से सहज हो जाए और अपनी बॉडी को आरामदायक पोसिशन में ले आये.
- सबसे पहले आप एक गहरी साँस ले और कुछ समय तक साँस को महसूस करना शुरू कर दें, आप देखंगे की आपके शरीर का सारा तनाव सांसो के जरिये बाहर आने लगेगा. जिससे आपको अपने ध्यान लगाने में आसानी होने लगेगी.
- आपको हम बता चुके है आपको ध्यान लगाने के लिए किसी अभिमंत्रित मंत्र का सहारा लेना होगा जिससे आपको ध्यान लगाने में आसानी हो जायेगी., ध्यान रहे कि आपको कम से कम 20 मिनट से 30 मिनट तक मंत्र का जाप करते रहना है तभी आपको इसका भरपूर लाभ मिलेगा.
- शुरू में कई बार आपका ध्यान भटकेगा लेकिन आपको अपने मंत्र जाप पर ध्यान लगाये रहना है.
सहज ध्यान में इस्तेमाल किये जाने वाले अभिमंत्रित मंत्र
- मां सरस्वती – ओम्
- मां लक्ष्मी – श्रीं
- मां काली – क्रीम
- मां पार्वती अथवा माहेश्वरी – हरीम
- भगवान श्री कृष्ण अथवा राम – श्याम
इनमें से आप अपनी सुविधा अनुसार और अपने श्रद्धा अनुसार चुन ले, और सुबह और शाम के समय एक समय को निशिचत कर लें. आपको कभी भी इसका नियम नहीं तोडना है जब एकबार आप इस ध्यान की शुरुआत क्र देते है.
इस ध्यान से होने वाले लाभ
- सुबह के समय ध्यान लगाने वालो लोगो का पूरा दिन आनंदमय रहता है.
- मन शांत रहने लगता है, और मन में पवित्रता आने लगती है.
- आप जब इस ध्यान को लगाना शुरू कर देते है तो आप देखंगे की आपके मन में आने वाले सभी नकारात्मक विचार आना बंद होने लगेंगे, और आपका जीवन सुखी और समृद्ध हो जाएगा.
- किसी भी जरुरी कार्य करने में आपको कम समय लगेगा और आप उसे नए विचारो के साथ करने लगेंगे.
- इस ध्यान को करने वाले लोगो के अंदर जबरदस्त एकाग्रता देखि गयी है.
Final for Sahaj Dhyan Kaise Karen in Hindi
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिक्ल ‘Dhyan Kaise Karen in Hindi’ पसंद आया होगा । अपना कीमती समय देकर यह आर्टिक्ल पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद ।
Interesting Article:-
Dinesh Kartik Biography In Hindi
इस ध्यान से होने वाले लाभ
- सुबह के समय ध्यान लगाने वालो लोगो का पूरा दिन आनंदमय रहता है.
- मन शांत रहने लगता है, और मन में पवित्रता आने लगती है.
- आप जब इस ध्यान को लगाना शुरू कर देते है तो आप देखंगे की आपके मन में आने वाले सभी नकारात्मक विचार आना बंद होने लगेंगे, और आपका जीवन सुखी और समृद्ध हो जाएगा.
- किसी भी जरुरी कार्य करने में आपको कम समय लगेगा और आप उसे नए विचारो के साथ करने लगेंगे.
- इस ध्यान को करने वाले लोगो के अंदर जबरदस्त एकाग्रता देखि गयी है.
- इस ध्यान को करने से aura Strong होता है ।
‘