Table of Contents
5 Amazing Facts about Mahendra Singh Dhoni:-
महेंद्र सिंह धोनी महेंद्र सिंह धोनी का जो भी नाम आता है तो हर एक जुबान पर एक ऐसी खुशी की लहर दौड़ जाती है कि मानव दुनिया में उत्सव का वह दिन ही था जब 2011 में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने सालों बाद छक्का लगाते हुए भारत को वर्ल्ड कप जो कि ओ डी आई वर्ल्ड कप था वह दिलाया और उन्होंने पहली बार 2007 में विश्व कीर्तिमान चुके थे पर T20 वर्ल्ड कप के बाद यह वर्ल्ड कप पहली बार ऐसा मौका था
जब भारत ने वर्ल्ड कप जीता और सारा श्रेय महेंद्र सिंह धोनी हो जाता है महेंद्र सिंह धोनी के नाम है जिन्होंने अपने जीवन में काफी ज्यादा थी और उन्होंने अपने जीवन में काफी करते हुए हार नहीं मानी महेंद्र सिंह धोनी ने अपने जीवन में काफी का सामना करते हुए आगे बढ़े और आज महान क्रिकेटरों में उनका नाम गिना जाता है। महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत स्कूल से ही कर दी थी और धीरे-धीरे उन्होंने मेहनत के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाई।
Mahendra Singh Dhoni Career ( Mahendra Singh Dhoni का सफर)
महेंद्र सिंह धोनी ने शुरुआती दौर में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था मैं 12वीं क्लास से पहले ही अपने स्कूल की टीम में शामिल हो गए थे उन्होंने 291 भारत के झारखंड राज्य में जन्म लेते हुए राज्य के जवाहर विद्या मंदिर से शिक्षा प्राप्त करें और उन्होंने 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई करते हुए सेंट जेवियर कॉलेज में दाखिला लिया था उन्होंने पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया और वह अपने क्रिकेट को लेकर काफी ज्यादा संवेदनशील थे उन्होंने अपने जीवन में क्रिकेट को ही सब कुछ बना लिया था और वह अपने जीवन काल में रणजी मैच खेले जो कि सन 1999 में उन्होंने पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला था
जब उन्होंने बिहार को अपना योगदान देते हुए 68 रन बनाए थे और 5 मैचों में 283 रन बनाते हुए रणजी ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था 2001 में कोलकाता राज्य में रेलवे टिकट कलेक्टर में ज्वाइन हुए और हम सभी जानते हैं कि उन्होंने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और क्रिकेट में ही समर्पित करते हुए 2001 में वह दिलीप ट्रॉफी में चयनित हुए 2003 में उन्होंने बंगाल के पूर्व कप्तान प्रकाश पोद्दार अपनी और खींचा और टीम में उनका चयन हो गया 2000 में भी उन्होंने हिस्सा लिया और 2000 में उन्हें भारत से खेलने का मौका मिला तीनों के बीच में उन्होंने हुए अर्धशतक लगाया और भारतीय टीम को मैच जिता है
और 2000 में उन्हें पहला मैच खेलने का मौका मिला बांग्लादेश के विरुद्ध कुछ खास नहीं किया था पर पाकिस्तान के साथ खेले जाने वाले मैच में उन्होंने अपने सर्वोच्च प्रदर्शन करते हुए 148 रन अपने नाम की और उन्होंने अपना कैरियर 318 वनडे मैच खेलकर और 272 पारियों में कुल रन 9967 और उन्होंने 770 चौके और 217 छक्के लगाए हैं और उनके नाम और 67 अर्धशतक।
Mahendra Singh Dhoni Lifestyle (Mahendra Singh Dhoni का निजी जीवन)
फिर हम बात करेंगे महेंद्र सिंह धोनी के जीवन की तो महेंद्र सिंह धोनी को गाड़ियों का और बाइक का बहुत शौक है वह झारखंड में स्थित अपने फार्म पर बहुत सारी बाइकों को रखते हैं और उन्हें कार का भी बहुत पसंद है महेंद्र सिंह धोनी का जीवन मस्त मौला तरीके से जीने वाला अंदाज नहीं है वह बहुत ही संवेदनशील का से अपने जीवन को जीते हैं इसीलिए ही उन्हें शायद कैप्टन कूल विकास जाता है वह शांत स्वभाव के व्यक्तित्व की वजह से ही
वे अपने जीवन में अच्छी रणनीति बनाते हुए मैच में रणनीति का इस्तेमाल करते थे और इसी की वजह से आज उनके नाम इतने सारे कीर्तिमान है महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी का नाम साक्षी है और उनकी एक बेटी भी है।
Mahendra Singh Dhoni Cricket Records ( Mahendra Singh Dhoni आंकड़े)
जीवन के रिकार्ड्स की बात करें तो
1) धोनी ऐसे पहले भारतीय विकेटकीपर हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में तकरीबन 4000 रन बनाए हैं और किसी भी विकेट कीपर ने उनसे पहले ऐसा नहीं किया।
2) भारतीय टीम में धोनी के कंसिस्टेंसी के अंदर 27 टेस्ट मैच जीते और धोनी के नाम सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तानों में से एक में लिया जाता है
3) इनकी कप्तानी के दौरान वर्ल्ड कप हमने जीते और वह आईसीसी टूर्नामेंट कब जिताने में भी सक्षम रहे 2007 में हमने T20 वर्ल्ड कप जीता ओ डी आई वर्ल्ड कप जीता 2011 में और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी इन्हीं के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जीती।
YOU CAN ALSO READ
What is Ultimate Goal of Life in Hindi with 4 students Admirable case study
Final Words
हम आशा करते हैं कि आप लोगों को यह आर्टिकल पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद!