आज हम बात करेंगे ‘15 Exclusive Benefits of Kriya Yoga in Hindi‘ के विषय में । क्रिया यहाँ एक प्रकार का प्रचीन योग माना जाता है जिसमे उनके प्रकार की पद्तिया शामिल की गयी है .
आध्यात्मिक विकास एवं एकाग्रता हेतु इसका मुख्य प्रयोग किया जाता है . इस प्राणायाम को साधारण प्राणायाम से कई गुना अच्छे लेवल का माना जाता है क्युकी इस प्राणायाम को करने हेतु आपको अधिक ध्यान की जरुरत होती है .
यदि आप इस क्रिया योग को सही तरीके से नियमित रूप से करते है तो आपकी एकाग्रता बढ़ने के साथ ही आप कई तरह की बीमारियों से भी मुक्त हो जायेंगे .
महान अनुभवियों का मानना है की क्रिया योग एक प्रकार से आध्यात्मिकता का जरिया माना जाता है . इसमें सांसो को नियंत्रित करने की क्रिया समझाई जाती है .
इसकी सबसे मुख्य बात यह मानी जाती है की इसमें आपकी जीवन शैली के अंदर आपको सकारात्मक बदलाव देखने को मिल जाते है . विशेषज्ञों का मानना है की क्रिया योग के मुख्य रूप से 5 प्रकार है आज हम इन पर सर्चा करेंगे .
इसके साथ ही हम ये भी जानने का प्रयत्न करेंगे की क्रिया योग के कौन कौन से फायदे है . Benefits of Kriya Yoga , आइये जानते है इसकी पूरी जानकारी …..
Table of Contents
क्रिया योग के प्रकार ॥ Type of Kriya Yoga
क्रिया हठ योग
यदि आप अपने जीवन भर अपने शरीर को healthy रखना चाहते है तो आपके लिए यह योग बहुत ही महत्वपूर्ण है .
क्रिया कुण्डलिनी प्राणायाम– जो भी व्यक्ति अपने अंदर की आंतरिक शक्ति तथा चेतना में वृद्धि करना चाहते है उनके लिए यह बहुत उपयोगी प्राणायाम माना जाता है .
क्रिया ध्यान योग- यदि आप अपना ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे है एवं आपको कोई किसी एक चीज पर ध्यान ज्यादा देर तक रखने में कोई कठिनाई होती है तो आपके लिए यह प्राणायाम बहुत खास हो जाता है . इससे आप अपने मन की एकाग्रता शक्ति में वृद्धि कर सकते है .
क्रिया मंत्र योग– महान अनुभवी जानकारों की माने तो यह प्राणायाम आपके शरीर के सातो चक्रो को active करने का कार्य करती है . इसके साथ ही आपके बुद्धि, ज्ञान आदि में भी यह काफी लाभकारी है .
क्रिया भक्ति योग – ऐसा माना जाता है यह क्रिया जो भी करते है तो वह अपने कार्य में काफी भी असफलता नहीं पाते है . उन्हें अपने प्रत्येक कार्य में पूर्णता हासिल होती है .
क्रिया योग करने का सही तरीका क्या है ?
इस क्रिया को आसानी से सीखा नहीं जा सकता है इस क्रिया को गुरु शिष्य परंपरा के माध्यम से ही सीखा जा सकता है . साधारण भासा में कहा जाये तो ऐसे इंटरनेट पर देखकर करने से आपको कोई लाभ नहीं मिलता है .
इसका कारण यह है की यह सिर्फ एक प्राणायाम न होकर एक प्रकार से साधना है . ऐसे प्राणायाम करने हेतु आपको अपनी जीवन शैली में अनेक परिवर्तन करने पड़ेंगे तभी आप इस क्रिया के लायक हो पाएंगे
क्रिया योग के फायदे – Benefits of Kriya Yoga
विशेषज्ञों के अनुचार इस क्रिया का नियमित उपयोग करने से आपको काफी सारे Benefits of Kriya Yoga देखने को मिल जाते है . जिसमे आपकी शरीर की बीमारियों एवं आपके मानशिक तनाव सम्बंधित कई समस्या शामिल है .
- इस क्रिया को करने से आपके शरीर को ऊर्जावान बनाया जा सकता है .
- क्रिया योग के द्वारा आपको भावात्मक संतुलन मिलने के साथ ही आपको मानशिक शांति भी मिलती है
- इसके माध्यम से आपकी बुद्धि तेज होती है .
- आपकी एकाग्रता में वृद्धि होने लगती है .
- आपको कार्य करने हेतु प्रेरणा मिलने लगती है
- आपके शरीर की आंतरिक शक्ति में वृद्धि होती है .
- यह आपके शरीर को फायदा पहुंचने के साथ ही आपके मस्तिष्क पर भी अच्छा प्रभाव डालती है
- मनुष्य का पूरी तरह से विकास होने लगता है .
- यदि आपको अपने जीवन में कोई कठिनाई है या फिर आपको सही रास्ता नहीं मिल पा रहा है तो इस क्रिया को करने से आपके जीवन का उद्देश्य स्पस्ट हो जाता है .
- यदि आप तनाव , माईक्रेन , चिड़चिड़ापन , या अन्य किसी बीमारी से परेशां है तो आपको यह क्रिया अवश्य करनी चाहिए जिससे आपकी काफी सारी समस्याएं हल हो जाती है .
- यदि आप अपनी मानशिक शक्ति में इजाफा करना चाहते है तो आपको अपने गुरु द्वारा बताये जा रहे उपदेश को follow करना है .
- आप नियमित रूप से इस क्रिया को करते है तो आपको आप इसका अनुभव होने लगता है की आपको एक सकारात्मक ऊर्जा मिलने लगती है .
- व्यक्ति शारीरिक बंधन से मुक्त होने के उपरांत आत्मा का परमात्मा से मिलाना करवाने में यह सहायक मानी जाती है . Benefits of Kriya Yoga
- हमारा Aura मजबूत होता है ।
- आध्यात्मिक विकास होता है ।
FAQ Related to 15 Exclusive Benefits of Kriya Yoga in Hindi:-
योग क्रिया कब करनी चाहिए
जैसा की हम जानते है की 21 जून यानि योग दिवस के दिन पुरे संसार में योग दिवस बहुत ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है जिसमे लगभग सभी देश शामिल है . योग हमारे शरीर की मानशिक एवं शारीरिक बीमारियों के निवारण हेतु बहुत उपयोगी माना जाता है . योग के द्वारा व्यक्ति की उम्र तथा शरीर के अंशो की भी अवधि होती है जिससे हमें कोई बीमारी नहीं होती है . व्यक्ति को पूरी तरह से स्वस्थ रखने में योग का बहुत महत्वपूर्ण योगदान माना है . Benefits of Kriya Yoga
क्रिया योग की मुख्य तीन सोपान कौन कौन से है ?
पतंजलि के अनुचार इसके मुख्या आठ अंग माने जाते है जिनमे यम, नियम, आसन, धारणा, ध्यान, प्राणायाम, प्रत्याहार, और समाधि। ये मुख्य अंग बहुत क्रिया योग के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जाते है .
योग की उत्पति कब मानी जाती है ?
विशेषज्ञों की माने तो yoga की शुरआत सभ्यताकाल एवं पौराणिक काल के अंदर मानी जाती है . योग के गुरु के रूप में भगवन शिव को माना जाता है . पौराणिक तथ्यों के अनुचार 2700 बी.सी. साल पहले यह हिन्दू सभ्यता की देन मानी जाती है .
भारत के ऋषि मुनियो के अनुचार योग के कितने अंग है ?
भारत के ऋषि मुनियो की मान्यता अनुचार इसमें कुल आठ अंग है जिनमे से इनके उपांग भी है जो है आसन, प्राणायाम और ध्यान . आज के समय में ये काफी सर्चा में है . Benefits of Kriya Yoga
Final words related to ‘Benefits of Kriya Yoga‘
मैं आशा करता हूँ कि आपको हमारा यह आर्टिक्ल ‘15 Exclusive Benefits of Kriya Yoga in Hindi‘ पसंद आया होगा । अधिक जानकारी के लिए आप हमे मैसेज भी कर सकते हैं ।